श्री श्री ११,११,११.१०८श्री परम हंस बाबा शठाधीश महाराज का जनकल्याण शठाश्रम निर्माणाधीन अवस्था में है. आगंतुक श्रद्धालु एवं महाराज श्री के पट्ट शिष्यों से निवेदन है कि अभी महाराज जी का ध्यान भंग न करें एवं आश्रम निर्माण के पश्चात् आपकी सभी जिज्ञासाओं को शांत किया जावेगा. श्रद्धालुओं के लिए प्रसाद की व्यवस्था है, कृपया प्रसाद ग्रहण करके ही जावें.
आदेशानुसार
मठाधीश
महंत
झगरू दास
jai ho shathaanandji maharaaj!!
जवाब देंहटाएंअभी महाराज जी का ध्यान भंग न करें
जवाब देंहटाएंफिर हम तो मठ के बाहर से ही प्रणाम करके खिसक लेते है ,ध्यान भंग होने पर बाबा लोग आशीर्वाद के बदले कई बार श्राप थमा देते है इसलिए :)
बाबा जी की ध्यान मुद्रा ख़त्म हो हमारा प्रणाम कह देना |
बाबा जी की जय हो!!!
जवाब देंहटाएंअलख निरंजन!!
बाबा जी प्रणाम!
जवाब देंहटाएंजय हो!
जवाब देंहटाएंआप बाबाओं की चर्चा निरंतर में आज ?
जवाब देंहटाएंप्रसाद की व्यवस्था है, कृपया प्रसाद ग्रहण करके ही जावें.
जवाब देंहटाएंBaba apake pol khol diye hain briged par
जवाब देंहटाएं@ वत्स गिरीश
जवाब देंहटाएंहम तो अपनी लंगोटी खोल भ्रमण कर रहे है
फ़िर पोल ही कहां बची जो खोलने लायक हो
आश्रम की सेवा में लग जाओ बच्चा तो अनंत सुख की प्राप्ति होगी
आशीर्वाद